भारतीय संविधान को सम्मान देने के लिये 26 जनवरी को पूरे सम्मान के साथ हर वर्ष भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है क्योंकि आज ही के दिन 1950 में ये लागू हुआ था। भारतीय संविधान ने 1935 के अधिनियम को बदल कर खुद को भारत के संचालक दस्तावेज़ के रुप में स्थापित किया था। इस दिन को भारतीय सरकार द्वारा राष्ट्रीय अवकाश के रुप में घोषित किया गया है। भारतीय संवैधानिक सभा द्वारा नये भारतीय संविधान की रुप-रेखा तैयार हुई और स्वीकृति मिली गणतंत्र दिवस हर भारतीय के लिए बहुत मायने रखता है,यह दिन हम सभी के लिए बहुत महत्व का दिन होता है जिसे हम बहुत हर्षो उल्लास के साथ ,मनाते है,भारत एक महान देश जहा लोगो में एकता देखने को मिलती है 26 जनवरी और 15 अगस्त को भारत के लोग काफी उत्साह के साथ मनाते है. गौरवशाली गणतंत्र राष्ट्र बनाने में जिन भक्तो ने अपना बलिदान दिया था उन्हें 26 को याद किया जाता है और उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है।

गणतंत्र दिवस 2020
इस साल 2020 में भारत अपना 71वाँ गणतंत्र दिवस मनायेगा भारत ने अपना पहला गणतंत्र दिवस 1950 में मनाया था। इसे हर वर्ष 26 जनवरी को मनाने की घोषणा हुई।
गणतंत्र दिवस कैसे मनाये
गणतंत्र दिवस पर स्कूलों संस्थानों में विभिन्य प्रकार के आयोजन किये जाते है.कई तरह के खेल प्रतियोगता,गायन,नृत्य,लेखन,चित्रकला आदि होते है. आपको बता दे की सभा में मौजूद सभी लोगो को इस दिन का उद्देश्य याद दिलाने के लिए सबसे पहले भाषण स्पीच से आयोजन की शुरुआत करनी चाहिए क्योकि किसी भी आयोजन की अच्छी शुरुआत वहां उपस्थित लोगो का मनोबल को बढ़ाने के लिए बेहद जरूरी होता है.एक अच्छे से तैयार की गयी स्पीच सभा का माहौल बदल देती है. हम आपको स्पीच भी बता दे रहे है जिसका इस्तेमाल आप अपने स्कूल या किसी अन्य संसथान में अपने हिसाब से कर सकते है।
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26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस पर भाषण
हम आपको स्पीच भी बता दे रहे है जिसका इस्तेमाल आप अपने स्कूल या किसी अन्य संसथान में अपने हिसाब से कर सकते है।
शुरुआत कैसे करे:सबसे पहले मंच पर पहुँचकर पहले सभा में उपस्थित सभी लोगो काअभिवादन करे फिर अपने बारे में में बताये नाम आप क्या करते किस में पढ़ाई करते है अपने स्वयं के स्कूल के अलावा यदि किसी अन्य आयोजन में बोल रहे हैं तो अपने विद्यालय या कॉलेज का नाम भी बताएं। सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दें। अपनी क्लास टीचर व प्रिंसीपल या आयोजनकर्ता का धन्यवाद करें जिन्होंने इस महान अवसर पर आपको मंच पर आकर अपने देश के बारे में कुछ बोलने का मौका दिया।
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अब आप अपने स्पीच को कुछ इस तरह बोल सकते है
आज हम सब लोग यहाँ बेहद खास अवसर पर 70वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए इकठ्ठा हुए है भारत के लिए गणतंत्र दिवस केवल एक पर्व ही नहीं बल्कि गौरव और सम्मान है गणतंत्र दिवस है भारतीय के लिए अभिमान है. हमारे के महान नेता और स्वतंत्रता सेनानी महात्मा गाँधी, भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, लाला लाजपत राय, सरदार बल्लभ भाई पटेल, लाल बहादुर शास्त्री आदि लोगोंकी के संघर्ष के बाद भारत माँ को 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली थीइसलिये, हमें आसानी से अपने सभी बहुमूल्य बलिदानों को नहीं जाने देना चाहिये और फिर से इसे भ्रष्टाचार, अशिक्षा, असमानता और दूसरे सामाजिक भेदभाव का गुलाम नहीं बनने देना है।
आज का दिन सबसे बेहतर दिन है जब हमें अपने देश के वास्तविक अर्थ, स्थिति, प्रतिष्ठा और सबसे जरुरी मानवता की संस्कृति को संरक्षित करने के लिये प्रतिज्ञा करनी चाहिये15 अगस्त को हमे आजादी तो मिल गयी थी लेकिन लेकिन उसे स्वतंत्रा का आकर 26 जनवरी 1950 को मिला क्योकि इसी दिन हमारा सा,संविधान लागू हुआ था और इस दिन से भारत के प्रत्येक नागरिक को अपने अनुसार कोई भी काम करने के लिए आजादी मिल गयी. 26 जनवरी 1950 से भारत एक लोकतांत्रिक देश बन गया जिसका मतलव था की अब यहाँ पर कोई राजा या रानी नहीं होगा बल्कि यहाँ की जनता ही यहाँ की शासक होगी अब इस देश में रहने बाले हर नागरिक के पास बराबर का अधिकार है।
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गणतंत्र दिवस कविता
गणतंत्र दिवस को खास बनाने के लिए आप अपने स्कूल या अन्य संस्थान में अच्छी कविताओं से भी कर सकते है।
मन तो मेरा करता है,झुमु,नाचू और गाउ मै.
आजादी की स्वर्ण-जयंती बाले गीत सुनाऊ मै.
लेकिन सरगम बाला वातावरण कंहा से लाऊँ मै.
मेघ-मल्हारी वाला अन्त्यकारण कंहा से लाऊ मै.
मै दामन में दर्द तुम्हारे,अपने दामन बैठा हूँ।
आजादी के टूटे-फूटे सपने लेकर बैठा हूँ।
जय हिन्द
आज तिरंगा फहराते है पूरी शान से.
हमे मिली आजादी वीर शहीदों के बलिदान से.
आजादी के लिए हमारी लम्बी चली लड़ाई थी.
लाखो लोगो ने प्राणो से कीमत बड़ी चुकाई थी.
व्यापारी वनकर आये और छल से हम पर राज किया।
हमको आपस में लड़वाने की निति अपनाई थी.
हमने अपना गौरव पाया, अपने स्वाभिमान से।
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से
गाँधी तिलक सुभाष जवाहर का प्यारा यह देश है.
जिए और जीने दो सबको देता सन्देश है,
प्रहरी बनकर खड़ा हिमालय जिसके उत्तर द्वार पर.
हिन्द महासागर दक्षिण में इसके लिए विशेष है.
लगी गूँजने दसों दिशाएँ वीरों के यशगान से।
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से
हमें हमारी मातृभूमि से इतना मिला दुलार है।
उसके आँचल की छैयाँ से छोटा ये संसार है।।
हम न कभी हिंसा के आगे अपना शीश झुकाएँगे।
सच पूछो तो पूरा विश्व हमारा ही परिवार है।।
विश्वशांति की चली हवाएँ अपने हिंदुस्तान से।
हमें मिली आज़ादी वीर शहीदों के बलिदान से
जय हिन्द
मेरे प्यारे देशभक्तों, हम सब जानते है की अंग्रेजो ने हमारे देश पर कई वर्षो तक राज किया था फिर हमारे देश के बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों ने देश के लिए लड़कर अपनी जान की बाजी लगाकर, अपनी जान गवाकर इस देश को आजाद कराया था.इसलिए सदैव अपने मन में देश प्रेम की भावना को जीवित रखे.
अब मेरा देश भक्ति कविता का यह लेख यही पर समाप्त हो रहा है, आशा है की आपको हमारा गणतंत्र दिवस कैसे मनाये लेख पसंद आया होगाऔर आप इसे जरूर पड़ेंगे और अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया से शेयर भी करेंगे|“धन्यवाद”